कथा सुनाने की 10 लाख फीस लेने वाला कहता है कि सब मोह माया छोड़कर ईश्वर में ध्यान लगाओ।
लेकिन खुद का ध्यान 10 लाख पर टिका रहता है।
ऐसा माना जा रहा है की देवकीनंदन से कथा करवाते हैं तो उनकी फीस 12 लाख से लेकर 15 लाख तक है।
अनिरुद्धाचार्य की फीस भी 15 लाख से 20 लाख है। इसके अलावा जया किशोरी, धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री इत्यादि कथावाचकों से कथा करवाने के लिए कम से कम 15 से 20 लाख तक का खर्चा आना नॉर्मल बात है।
उसके बाद ये सभी कथावाचक आपको प्रवचन मे अनोखी बुद्धि प्रदान करते है कि ये संसार दुखों एवम मोह माया का जाल है।
भौतिक सुखों का त्याग कर ईश्वर की भक्ति में ध्यान करो। ईश्वर की भक्ति मे ही परम सुख है।आप भव सागर को पार कर लोगे। भले ही ये खुद बिना मर्सिडीज या महंगी गाड़ियों के एक कदम भी ना चलते हों।