खगड़िया में इंडिया गठबंधन का आक्रोश: पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को दी भावभीनी श्रद्धांजलि, सरकार पर साधा निशाना
खगड़िया, 25 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शुक्रवार शाम 7 बजे इंडिया गठबंधन, खगड़िया ने एक विशाल कैंडल मार्च निकाला। बलुआही ठाकुरबाड़ी से शुरु होकर यह मार्च एमजी मार्ग होते हुए राजेंद्र चौक पहुंचा, जहां गठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
मार्च में शामिल महागठबंधन के नेताओं ने एक स्वर में केंद्र सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर तीखे सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह घटना सरकार की नाकाम सुरक्षा व्यवस्था का जीता-जागता प्रमाण है। घटना स्थल पर सुरक्षा बलों की अनुपस्थिति और घायलों को समय पर चिकित्सा सहायता न मिलना, सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
शहीदों के परिजनों के दर्द को साझा करते हुए, महागठबंधन नेताओं ने कहा कि “वहाँ एक भी सेना की चौकी नहीं थी। इलाज के लिए लोग तड़पते रहे, घंटों बाद तक कोई मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाया।” उन्होंने कहा कि “मारने वालों ने नफरत चुनी, बचाने वालों ने इंसानियत।” गठबंधन नेताओं ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को भी उजागर किया और कहा कि “पाकिस्तान चाहता है कि हिंदुस्तान में नफरत बढ़े, देश का नुकसान हो। हम सभी भारतवासी को पाकिस्तान के मंसूबे को नाकाम करना है।”
कैंडल मार्च में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव, राजद प्रदेश महासचिव नरेश सहनी, राजद जिला प्रधान महासचिव नंदलाल मंडल, जिला उपाध्यक्ष नरेश बादल, प्रमोद यादव, जिला कार्यकारिणी सदस्य मीरा सिंह, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अविनाश पासवान, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष भानु प्रताप उर्फ गुड्डू पासवान, राजकिरण ठाकुर, सीपीआई के प्रदेश मंत्री प्रभाशंकर सिंह, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मनोज चौधरी, सीपीआईएम के जिला सचिव राजद जिला महासचिव पप्पू यादव, चंदन सिंह, युवा जिलाध्यक्ष उदय यादव, नगर निकाय प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष विजय यादव, अधिवक्ता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष दिनेश यादव, युवा राजद प्रवक्ता रौशन कुमार, राजद के राजकिशोर राज, अंकित बाबू, राजद जिला मीडिया प्रभारी रणवीर कुमार, नीरज यादव, सुजय यादव सहित सैकड़ों महागठबंधन के नेता और कार्यकर्ता शामिल थे। इस कैंडल मार्च ने खगड़िया की सड़कों को शोक और आक्रोश के संगम में बदल दिया, जहां हर हाथ में जलती मोमबत्ती शहीदों की याद में रोशनी बिखेर रही थी और हर आवाज सरकार से जवाब मांग रही थी।