खगड़िया में खेग्रामस का ऐलान: 20 मई को बिहार बंद! ‘मजदूरी चोर’ एनडीए सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प
खगड़िया के बाजार समिति परिसर में अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) की राज्य कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक का समापन हुआ। पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ शुरू हुई इस बैठक में मजदूरों के हक के लिए निर्णायक लड़ाई का ऐलान किया गया।
खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव धीरेंद्र झा ने 20 मई 2025 को देशव्यापी मजदूर हड़ताल के समर्थन में बिहार में ग्रामीण हड़ताल की घोषणा की। उन्होंने कहा, “मजदूरी–मानदेय चोर, एनडीए सरकार गद्दी छोड़” अभियान पूरे राज्य में चलेगा।
भाकपा (माले) विधायक दल के उप नेता और खेग्रामस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यदेव राम ने भाजपा-नीतीश सरकार को दलित और गरीब विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां सामाजिक न्याय के खिलाफ हैं। विधायक गोपाल रविदास ने मनरेगा मजदूरों को 245 रुपये की दैनिक मजदूरी को संविधान और श्रम अधिकारों का घोर अपमान बताया।
खेग्रामस ने 50 लाख दलित, गरीब और मनरेगा मजदूरों को संगठन से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। 20 मई की हड़ताल को सफल बनाने के लिए प्रखंड स्तर पर मजदूरों और कर्मचारियों का महाजुटान होगा। बैठक को संबोधित करते हुए स्वदेश भट्टाचार्य ने संगठन को मजबूत करने और जनआंदोलन खड़ा करने का आह्वान किया। खेग्रामस ने देशवासियों से लोकतंत्र, संविधान और समाजवाद की रक्षा के लिए 20 मई की ग्रामीण हड़ताल को सफल बनाने की अपील की है। खगड़िया के सदर विधायक छत्रपति यादव ने बिहार के कोने-कोने से आए नेताओं और कार्यकर्ताओं को लाल गमछा देकर सम्मानित किया।