खगड़िया में प्रकृति का कहर: महागठबंधन ने किसानों के लिए ₹50,000 प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की
खगड़िया: खगड़िया जिला महागठबंधन की एक महत्वपूर्ण बैठक आज सीपीआईएम जिला कार्यालय में रमेशचंद्र चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में हाल ही में जिले में आई विनाशकारी आंधी, तूफान, भारी बारिश और ओलावृष्टि से हुए व्यापक नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की गई।
महागठबंधन ने इस बात पर ज़ोर दिया कि बेमौसम की इस आपदा ने किसानों की कमर तोड़ दी है। रबी की फसलें, जिनमें से 45 प्रतिशत से अधिक या तो खेतों में लगी थीं या कटकर पड़ी थीं, पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। खेतों में पानी भरने से अनाज अंकुरित हो गया है। मक्के की खेती, जो खगड़िया में बड़े पैमाने पर होती है, तेज आंधी के कारण ज़मीन पर गिरकर नष्ट हो गई है। आम और लीची के मंजर और दाने भी झड़ गए हैं, जबकि केले के बागों को भी भारी क्षति पहुँची है। परवल और ककड़ी की खेती भी इस प्राकृतिक प्रकोप से नहीं बच पाई है।महागठबंधन ने किसानों के सामने आने वाली विकट स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए बिहार सरकार और जिला प्रशासन से तत्काल सर्वे कराकर प्रत्येक प्रभावित किसान को प्रति एकड़ कम से कम ₹50,000 मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह मुआवजा किसानों को कृषि ऋण चुकाने और अपने परिवारों का भरण-पोषण करने में सहायक होगा। नेताओं ने सरकार से यह भी मांग की कि इस प्राकृतिक आपदा को देखते हुए किसानों द्वारा बैंकों से लिए गए सभी ऋण माफ किए जाएं और आगामी खरीफ की खेती के लिए कृषि ऋण उपलब्ध कराया जाए।
इसके अतिरिक्त, महागठबंधन ने वज्रपात के कारण हुई मौतों पर भी सरकार से तत्काल संज्ञान लेने का आग्रह किया और प्रत्येक मृतक के परिवार को ₹20 लाख का मुआवजा देने की मांग की। लगातार आ रहे आंधी और तूफान के कारण जिले भर में हजारों गरीबों के घर तबाह होने पर चिंता व्यक्त करते हुए, महागठबंधन ने सरकार और प्रशासन से उन्हें भी मुआवजा देने की मांग उठाई।
बैठक के समापन के बाद, महागठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल ने खगड़िया के जिलाधिकारी से मुलाकात कर अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में खगड़िया लोकसभा से महागठबंधन के पूर्व प्रत्याशी संजय कुमार, सीपीआईएम जिला सचिव सुरेन्द्र प्रसाद, सीपीआई जिला सचिव प्रभाकर सिंह, सीपीआई के सहायक जिला सचिव पुनीत मुखिया, माले नेता शैलेन्द्र वर्मा, राजद जिला उपाध्यक्ष प्रकाश राम, कांग्रेस नेता फुलचन यादव और मनोज चौधरी, सीपीआई नेता रमेश चौधरी एवं माले नेता प्रणेश कुमार शामिल थे।