खगड़िया /अलौली : श्री नवयुवक प्रखंड पुस्तकालय परिसर में सामाजिक संगठन फरकिया मिशन का 35 वां स्थापना दिवस एवं फरकिया मिशन के बैनर तले तथागत गौतम बुद्ध के 2586 वां जयंती मनाया गया। इस अवसर पर औषधीय पौधा जामुन, सबसे अधिक ऑक्सीजन उत्सर्जित करने वाला पीपल का वृक्षारोपण किया गया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम गौतम बुध के प्रतिमा पर माल्यार्पण असली समर्पित कर कोटि-कोटि नमन किया गया, एवं गौतम बुद्ध की जय, नमो बुद्धाय एवं बुद्धम शरणम गच्छामि का नारा बुलंद किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश बचाओ अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने कहा कि गौतम बुद्ध का जन्म ईसा पूर्व 563 ईस्वी में नेपाल के लुंबिनी के निकट कपिलवस्तु में हुआ था। इनके पिता का नाम शुद्धोधन व माता माया थी। इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था। वे घायल हंस, रोगी, वृद्ध एवं मृत्यु अर्थी को देखकर इनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा एवं मोह माया राजमहल छोड़कर बोधगया के बोधि वृक्ष के निकट ज्ञान प्राप्त हुआ। इनका सत्य अहिंसा सेवा शांति सद्भाव करुणा दया, मानव कल्याण, पशु पक्षी प्रेम विचार आत्मसात करने योग्य है। पूरे विश्व में नमो बुद्धाय एवं बुद्धम शरणम गच्छामि का मूल मंत्र सर्व व्याप्त है। इनके जीवनी व्यक्तित्व कृतित्व से सीख लेने की जरूरत है तभी परिवार समाज देश विश्व में शांति कायम होगा।
कार्यक्रम में फरकिया मिशन देश बचाओ अभियान से जुड़े लालमणि सदा, विष्णु देव यादव, रामचंद्र यादव, पुकारी यादव, महेंद्र महतो, सिकंदर राम, प्रकाश ठाकुर, प्रमोद यादव, विजय यादव, जवाहर यादव, सज्जन महतो, सुनील कुमार, पियूष कुमार, विश्व मानवाधिकार संगठन के अध्यक्ष महेश्वर यादव, सचिव ब्रजनंदन सिंह, पूर्व बीडीओ राज किशोर यादव आदि ने गौतम बुद्ध के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। मिशन के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव को सम्मानित किया गया।
वही किरण देव यादव ने विगत 35 वर्षों का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि पुस्तकालय भवन, डाक बंगला एवं विवाह भवन निर्माण करने, अलौली घाट पर पुल जल्द बनाने, अलौली तक युद्ध स्तर पर रेलवे कार्य पूरा कर सवारी गाड़ी जल्द चलाने, कुशेश्वर स्थान, दरभंगा तक रेलवे कार्य चालू करने, अलौली को अनुमंडल बनाने, सीढ़ीनुमा छठ घाट निर्माण करने, अलौली हाई स्कूल फील्ड को स्टेडियम बनाने, अलौली प्रखंड में डिग्री कॉलेज खोलने आदि मांगों को लेकर आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया। तथा समाज में आपसी प्रेम भाईचारा शांति सद्भाव सामाजिक सौहार्द इंद्रधनुषी तहजीब बनाए रखने के लिए जन जागरण अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
