जमुनी लाल महाविद्यालय हाजीपुर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस का आयोजन।

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जमुनी लाल महाविद्यालय हाजीपुर में बुधवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस का आयोजन आइक्यूएसी एवं एनएनएस के संयोजन से संपन्न हुआ।


लाल महाविद्यालय हाजीपुर में बुधवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस का आयोजन आइक्यूएसी एवं एनएनएस के संयोजन से संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नंदकिशोर प्रसाद ने की। कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी एवं हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ छोटेलाल गुप्ता ने की। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ राणा एवं मनोविज्ञान के विद्वान शिक्षक डॉ अनामिका ने अपनी-अपनी व्याख्यान प्रस्तुत किए। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित से शुरू हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ राणा नवनीत राय को महाविद्यालय के प्राचार्य ने अंग वस्त्र और बुके देकर सम्मानित किया। राजनीति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रजनीश कुमार ने डॉ राणा को उपहार देकर सम्मानित किया एवं उनका परिचय बताते हुए कहा कि डॉ राणा जमुनी लाल महाविद्यालय के छात्र के रूप में यहां से पढ़ाई कर चुके हैं, जो आज देश के कई महत्वपूर्ण पद को सुशोभित कर रहे हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि धूम्रपान से आज पूरा विश्व प्रभावित है। धूम्रपान की लत बहुत बुरी लत है। आज धूम्रपान के कारण हर साल 80 लाख लोग मौत के शिकार हो जाते हैं। इसके साथ-साथ कई लोग अन्य गंभीर बीमारियों, जैसे- दमा, कैंसर, उच्च रक्तचाप आदि रोगों से ग्रसित होकर घुट-घुट कर जीवन जीते हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता डॉ राणा नवनीत राय ने तंबाकू के दुष्प्रभाव, भ्रान्तियाँ पर्यावरण नुकसान के साथ-साथ कई विषयों पर सारगर्भित एवं सूचनाप्रद व्याख्यान प्रस्तुत की। उन्होंने आगे कहा कि जितना कोरोना से हर साल लोग नहीं मरते है, उससे ज्यादा धूम्रपान से लोग काल के ग्रास में समा जाते हैं। मनोविज्ञान के डॉ अनामिका ने अपनी व्याख्यान में कहा कि तंबाकू एक धीमा जहर है। यह व्यक्ति को हर प्रकार से निष्क्रिय बना देती है। यदि धूम्रपान की लत लग जाए तो इसे आसानी से छोड़ना बहुत कठिन काम है। लेकिन अगर मन में ठान लें तो यह कोई असंभव काम नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि तंबाकू का दुष्प्रभाव न केवल धूम्रपान का सेवन करने वाले व्यक्ति को ही प्रभावित करता है, बल्कि इससे आसपास के लोग भी प्रभावित होते हैं। आइक्यूएसी के कोऑर्डिनेटर एवं इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ रेनू कुमारी ने कहा कि तंबाकू निषेध के प्रति जन जागरूकता गांव-गांव एवं जन-जन तक ले जाने की जरूरत है। वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार एक तरफ तंबाकू का उत्पादन कर रही है, दूसरी तरफ तंबाकू निषेध दिवस के माध्यम से जन जागरूकता लाने की बात भी करती है। यह सरकार का दोहरा मापदंड है। सरकार को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए और तंबाकू निषेध पर एक कठोर कानून भी बनानी चाहिए। कई छात्र-छात्राओं ने कविता पाठ एवं अपनी-अपनी बातें भी रखी। कार्यक्रम में प्रोफेसर महजबीन खानम, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ प्रीति कुमारी, डॉ उदय कुमार, डॉ निहारिका भारती, डॉ निधि रस्तोगी, डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह, श्री संतोष कुमार, डॉ उमाशंकर पटेल, राजू कुमार,अभिषेक कुमार, डॉ बंदना कुमारी,  राजीव कुमार,  ईश्वर जी आदि शिक्षक उपस्थित रहे। शिक्षकेतर कर्मचारियों में देवेंद्र कुमार,अंकुर कुमार, शंभू जी, दीपक कुमार,शहजादा जी, राजीव कुमार, विकी कुमार आदि उपस्थित रहे। छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया एवं कार्यक्रम को सफल बनाया।

 

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