जिला प्रशासन की हठधर्मिता से आंदोलनकारियों में बढ़ रहा आक्रोश, सोमवार को होगा चक्का जाम ____माले।
एक दिन की बारिश ने नगर निगम को किया नंगा ____राजेश श्रीवास्तव।
बेगूसराय/ जन वार्ता टाईम्स: 20सितंबर से जिला समाहरणालय पर जारी घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन से बेखबर जिला प्रशासन के खिलाफ लोगों में ऊबाल है। इसे पाटने का प्रयास नहीं करना जिला प्रशासन का जनविरोधी अंदाज है। रेलवे लाईन के किनारे महादलित भूमिहीन नर्क की जिन्दगी जी रहे हैं। इनके लिए सरकारी नीति का पालन जिला प्रशासन नहीं कर पा रहा है। जबकि 18माह पूर्व हीं 31भूमिहीनों का सर्वे कर सूचिबद्ध कर लिया गया था। इनके लिए सूजा मौजे के खेसरा 1283 गैरमाजरूआ जमीन का प्रस्ताव तैयार है। भू माफियाओं के मेल में आकर सदर अंचलाधिकारी विश्वासघात कर रहे हैं। वहीं नगर निगम व परिवहन विभाग द्वारा अपने बल बूते रोजी रोटी चला रहे ई रिक्शा चालकों पर लट्ठमार कानून के जरिए तबाह किया जा रहा है। भूमिहीनों को जमीन देने, ई रिक्शा से बैरियर वसूली बन्द करने, ई रिक्शा पड़ाव बनाने, ई रिक्शा परिचालन में व्यवधान खत्म करने, फुटकर दुकानदारों को वेंडिंग जोन देने, बिजली बिल में हेरा फेरी बन्द करने, वार्ड आधारित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देने, प्रत्येक वार्ड में कैम्प लगाकर जरूरतमंद लोगों को बिना शर्त रोजगार लोन देने आदि मांगों के साथ घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन चल रहा है।
सभा की अध्यक्षता करते हुए माले नेता सह ई रिक्शा संघ के जिला सचिव मोहम्मद सोहेल ने कहा कि रिक्शा चालकों के साथ जयादती बरदाश्त नहीं की जाएगी। जिला प्रशासन रिक्शा चालकों के जीने का अधिकार सुरक्षित करे। सभा का संचालन करते हुए माले नगर कमिटी सदस्य सह बिजली उपभोक्ता संघर्ष मंच के संयोजक रामपुकार दास ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन का आंदोलनकारियों से वार्ता नहीं करना आग में घी डालने का काम कर रहा है। माले नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव ने भूमिहीनों के सवाल पर वार्ता के लिए सदर अंचलाधिकारी व रिक्शा चालकों की समस्या पर वार्ता के लिए नगर आयुक्त और परिवहन पदाधिकारी को आंदोलन स्थल पर भेजने की मांग जिला प्रशासन से करते हुए कहा है कि अभी डेंगू का कहर बरपा हुआ है। जिला समाहरणालय पर चार दिन से दिन रात आंदोलनकारी डटे हुए हैं। मच्छड़ का प्रकोप से दर्जनों आंदोलनकारी बीमार होकर घर में सोए हुए हैं। उन्होंने सोमवार को चक्का जाम की घोषणा करते हुए कहा कि जिला प्रशासन की जनविरोधी कार्यशैली से ऊबकर ऐसा निर्णय लेना पड़ रहा है। उन्होंने रिक्शा चालकों एवं आम नागरिकों से चक्का जाम को सफल बनाने का अनुरोध किया है। सभा ई रिक्शा संघ के जिला अध्यक्ष रंजीत राज, कोषाध्यक्ष कन्हैया लाल साह, उपाध्यक्ष मृत्युंजय पंडीत, उपसचिव रविन्द्र कुमार श्रीराम चौधरी, दिलीप महतों, भाकपा माले के नगर कमिटी सदस्य कैलाश प्रसाद महतों अधिवक्ता, अर्जून सदा, मेजर, राजाराम दास, योगेन्द्र सहनी, गोरे सदा, बीरो सदा, बिपिन सदा, आरती देवी,बच्ची देवी, बुधनी देवी, मीना देवी आदि शामिल थे।
रिपोर्ट: अहमद पटेल