अलौली खगड़िया। भाकपा माले एवं देश बचाओ अभियान के तत्वाधान में कामरेड लेनिन का 153 वीं जयंती भिखारी घाट बुढवा गांव में मनाया गया।
इस अवसर पर इनके तैल चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजलि समर्पित कर याद किया गया तथा कोटि-कोटि नमन किया गया एवं कॉमरेड लेनिन अमर रहे, समाजवाद जिंदाबाद, पूंजीवाद फासीवाद साम्राज्यवाद मुर्दाबाद का नारा बुलंद किया गया।
भाकपा माले के जिला संयोजक एवं देश बचाओ अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने कहा कि कॉमरेड लेनिन सच्चे अर्थों में रूसी क्रांति के जनक, बोल्शेविक क्रांति के अग्रदूत, महान राजनीतिक सिद्धांतकार, साम्यवादी क्रांतिकारी थे। इनका पूरा नाम व्लदिमिर इल्यिच उल्यानोव जो “लेनिन” के नाम से विश्व में सुप्रसिद्ध है। इनका जन्म 22 अप्रैल 1870 तथा निधन 21 जनवरी 1924 को हुआ।
वे जार के खिलाफ संघर्ष कर जीत हासिल कर कम्युनिस्ट जनवादी आंदोलन का इतिहास रचे। क्रांतिकारी आंदोलन से जन्मे नारा “लाल सलाम” आज भी सुप्रसिद्ध है। वे 1917 से 1924 तक सोवियत रूस के तथा 1922 से 1924 तक सोवियत संघ के भी “हेड ऑफ़ गवर्नमेंट” रहे। उनके प्रशासन काल में रूस, और उसके बाद व्यापक सोवियत संघ भी, रूसी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा नियंत्रित एक-पक्ष साम्यवादी राज्य बन गया। लेनिन विचारधारा से मार्क्सवादी थे, और उन्होंने लेनिनवाद नाम से प्रचलित राजनीतिक सिद्धांत विकसित किए।
माले नेता श्री यादव ने कहा कि जब तक सूरज चांद रहेगा, कार्ल मार्क्स एवं लेनिन का नाम रहेगा। आज भी पूरे विश्व में मार्क्स एवं लेनिन का विचार सिद्धांत की प्रासंगिकता है व सदैव रहेगी। उन्होंने कहा कि जब तक विश्व में भूखा इंसान रहेगा, धरती पर तूफान रहेगा। श्री यादव ने कहा कि विश्व में व्याप्त फासीवाद पूंजीवाद साम्राज्यवाद संप्रदायवाद के विरुद्ध मुकम्मल संघर्ष से ही , मार्क्स एवं लेनिन के सिद्धांत एवं उनके बताए रास्ते पर चलकर ही पूंजीवादी फासीवादी साम्राज्यवादी संप्रदायवादी व्यवस्था की समाप्ति होगी तथा समाजवाद का पुनः स्थापना जल्द होगा। तथा समाजवादी जनवादी कम्युनिस्ट आंदोलन से ही विश्व एवं देश में व्याप्त फासीवाद पूंजीवाद समाजवाद संप्रदायबाद भ्रष्टाचार महंगाई बेरोजगारी गरीबी का खात्मा होगा।
इस अवसर पर युवा समाजसेवी अरुण कुमार, राहुल कुमार, सरपंच प्रतिनिधि रामदयाल पासवान, मुखिया प्रतिनिधि पप्पू सिंह, छात्र नेता नयन कुमार, वामपंथी चिंतक ब्रह्मदेव यादव रामेश्वर शाह , कम्युनिस्ट विचारधारा से ओतप्रोत डॉ विवेक यादव किशोरी सिंह , उपसरपंच कपिलेश्वर शाह, सीताराम सिंह, ललिता यादव, केदार सिंह, संतोष सिंह, बिट्टू कुमार आदि ने भाग लिया।
