प्रेस वार्ता: कानून का डंडा दिखाकर परेशान करने वाले के विरूद्ध राजद नेता हुए एक जुट
खगड़िया/जन वार्ता टाईम्स: बलुवाही स्थित जिला राष्ट्रीय जनता दल कार्यालय में पूर्व एमएलसी प्रत्याशी सह राजद जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव,जिला प्रधान महासचिव नंदलाल मंडल, प्रदेश सचिव पप्पू डोम, जिला प्रवक्ता अजित सरकार, जिला उपाध्यक्ष प्रमोद यादव,युवा जिलाध्यक्ष उदय यादव, जिला महासचिव चंदन सिंह,जिला सचिव लडडू रजक, महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष रंजू सहनी, दिव्यांग प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष निभा भारती,युवा राजद महासचिव शशि पासवान,खगड़िया प्रखंड अध्यक्ष सुनील चौरसिया,पूर्व वार्ड पार्षद जिला मीडिया प्रभारी रणवीर कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि
खगड़िया के सदर एसडीपीओ मुकुल कुमार रंजन भाजपा के कथित नेता के प्रभाव में पुलिस का काम करने आम लोगों को आरंभिक न्याय देने के बजाय अपराधी बनाकर जेल भेजने की योजना पर काम कर रहे हैं यह एसडीपीओ बिहार का पहला डीएसपी है जो महिला पर दुष्कर्म केस सत्य करार देकर कानून और न्याय की खरीद बिक्री का दुकान खोले हुए हैं आम लोगों को ऐसे जल्लाद डीएसपी से छुटकारा दिलाने को लेकर सरकार और एसपी महोदय से कार्रवाई को लेकर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाया गया है | (1.)सीडीपीओ क्रिया मुकुल कुमार रंजन द्वारा चौथम थाना केस नंबर 67/24 में अन्य अभियुक्तों के साथ लीला देवी नामक महिला पर भी धारा 376 को अन्य दुष्कर्म का है सत्य करार देकर गिरफ्तारी का आदेश दिए हैं एसपी साहब सीडीपीओ के ज्ञापन 1118 को पढ़िए | कानून के रखवाले को भी शर्म आ जाएगा |
(2) एसडीपीओ माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश की लगातार अवहेलना कर रहे हैं 7 साल से कम सजा वाले केस में उन्हें 41 का लाभ देना है मगर वह गिरफ्तारी आदेश देकर कानून की खरीद बिक्री कर रहे हैं मानसी थाना केस 141/ 24 में सीडीपीओ का सुपरविजन पढ़िए केस डायरी भी पढ़िए कैसे के मोहम्मद गुलजार आलम, मोहम्मद समीर , रहमत उद्दीन द्वारा बयान अंकित किया गया कि मामला सरासर झूठा है बावजूद वीना तकनीक साक्ष्य के इसलिए गरीबों को गिरफ्तारी का आदेश दे दिया गया है कि वह डीएसपी व रीडर के डिमांड को पूरा नहीं कर पाया अब अभियुक्त बनाए गए लोग हमारे यहां न्याय की मांग कर रहे हैं|
(3) चौथम थाना केस
121/ 24 में सीडीपीओ का सुपरविजन पढ़िए | एक कोचिंग संचालक जो गरीब है उससे ना तो अपहर्ता का कोई संबंध बताया गया ना ही अपराजिता अपहृता ने कोर्ट में कोचिंग संचालक टुनटुन कुमार का नाम लिया कही सुनी बातों पर गिरफ्तारी आदेश दे दिया गया | (4) एसपी साहब चुनाव के समय मुझे जिला से बाहर भगाने के लिए सीसीए का प्रस्ताव
एसडीपीओ के दबाव में दिया गया जिसमें 75% केस फर्जी दर्शाया गया | वह तो डीएम साहब ने बात सुनी और सीसीए पर सुनवाई ही नहीं की
(5) एसडीपीओ के दबाव में नगर थाना में मुझे और मेरी पत्नी पर फर्जी आरोप लगाकर कथित घटनाओं के चार महीना बाद केस दर्ज करवा दिया गया ऐसे कई उदाहरण है इनके पदस्थापना काल से अब तक किए गए सुपरविजन की जांच करवाइए अन्यथा राजद के साथी चुप नहीं बैठेंगे
(6)पता चला कि 2018 में बालिका गृह कांड मुजफ्फरपुर में उनकी लापरवाही के कारण इन्हें हटाया गया था पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में भी इनके द्वारा भ्रष्टाचार की बात चर्चा में है ऐसे में खगड़िया की सुरक्षा कमान वैसे भाजपा के कथित नेताओं के हाथों दे दीजिए जिनके इशारे पर यह कानून की खरीद बिक्री करके खगड़िया पुलिस की साख को डूबोने पर तुले हुए हैं अथवा खुद इनके कार्यकलापों की जांच करके कार्रवाई की अनुशंसा सरकार से कीजिए आम लोगों को कानून का डंडा दिखाकर परेशान करने के मामले को मैं विधानसभा से लेकर सड़क तक उठाऊंगा जितना फर्जी केस राजद के साथियों पर इनको करना होगा इसकी चिंता नहीं है