मुकेश सहनी ने पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच की मांग की, महिला थानाध्यक्ष पर लगाए गंभीर आरोप
खगड़िया, बिहार: पूर्व मंत्री और वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी ने गुरुवार को खगड़िया परिसदन में एक महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर संगठन के विस्तार पर चर्चा की और स्थानीय मुद्दों पर भी बात की।
बैठक के बाद, मुकेश सहनी ने पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार से मुलाकात की और एक संवेदनशील मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को बताया कि एक जमीनी विवाद को दुकान खाली कराने का मामला बताकर एक महिला ने नाबालिग को आगे कर पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कराया है। इस मामले में पीड़िता रेखा के पति रामपुकार सहनी, पुत्र अभिषेक और बादल, देवर रोहित सहनी और दुकान के एक कर्मचारी को आरोपी बनाया गया है।
मुकेश सहनी ने पुलिस अधीक्षक से मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया। पुलिस अधीक्षक ने उन्हें आश्वासन दिया कि मामले की दोबारा जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा पर साधा निशाना
मुकेश सहनी ने भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा आपदा में अवसर तलाशने वाली पार्टी है और हमेशा अपने हितों के बारे में सोचती है। उन्होंने पुलवामा हमले के बाद सेना के नाम पर वोट मांगने और पहलगाम में आतंकी हमले के बाद बिहार में जनसभा करने के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के दबाव में आकर भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने का मौका गंवा दिया।
महिला थानाध्यक्ष की संपत्ति की जांच की मांग वीआईपी जिलाध्यक्ष मनोहर सहनी ने महिला थानाध्यक्ष पर किराए की दुकान खाली कराने का ठेका लेने का आरोप लगाया। उन्होंने पीड़ित परिवार को फर्जी मामले से मुक्त करने और महिला थानाध्यक्ष की संपत्ति की जांच की मांग की।
यह घटना खगड़िया में राजनीतिक और सामाजिक तनाव को बढ़ाती है और देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।