सावित्रीबाई फुले की मनाई गई 193 वीं जयंती ।
सावित्रीबाई फुले सच्चे अर्थों में शिक्षा की देवी, प्रथम शिक्षिका, एवं समाज सुधारक थे – किरण देव यादव
अलौली। सामाजिक संगठन फरकिया मिशन देश बचाओ अभियान के बैनर तले सावित्रीबाई फुले का 193 वीं जयंती श्री युवक प्रखंड पुस्तकालय परिसर अलौली में मनाया गया।
इस अवसर पर इनके प्रतिमा पर माल्यार्पण पुष्पांजलि समर्पित कर कोटि-कोटि नमन किया तथा याद किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अभियान के संस्थापक अध्यक्ष किरण देव यादव ने किया।
इस अवसर पर सावित्रीबाई फुले अमर रहे नारों को बुलंद किया गया।
खगड़िया/ जन वार्ता टाईम्स: श्री यादव ने कहा कि सावित्रीबाई फुले सच्चे अर्थों में महान समाज सुधारक, प्रथम शिक्षिका एवं शिक्षा की देवी थी, जिन्होंने सर्वप्रथम शिक्षा की दीप, क्रांति ज्योति जलाने का महान कार्य किए। तथा बाल विवाह, सती प्रथा, सामाजिक बुराई कुरीतियों, विषमता के खिलाफ आजीवन संघर्ष किये। इनका जन्म महाराष्ट्र के सातारा गांव में 3 जनवरी 1831 ईस्वी में हुआ था। इनके पिता का नाम खंदोजी नेवैसे, माता का नाम लक्ष्मीबाई एवं पति का नाम ज्योतिबा फुले था। उन्होंने सर्वप्रथम बालिका शिक्षा केंद्र विद्यालय का स्थापना किया जिसमें फातिमा बाई का भी महत्वपूर्ण योगदान था।
श्री यादव ने कहा कि आज शिक्षा का संप्रदायीकरण भगवाकरण व्यवसायीकरण निजीकरण शिक्षा को चौपट किया जा रहा है। आज देश में कामन स्कूल सिस्टम, समान शिक्षा प्रणाली व्यवस्था लागू करने की जरूरत है।
कार्यक्रम में देश बचाओ अभियान के संयुक्त सचिव लालमणि सदा, फरकिया मिशन के उपाध्यक्ष दानवीर यादव, जितेंद्र कुमार विष्णु देव यादव प्रकाश ठाकुर अनिल महतो मखुश कुमार नीतीश कुमार उस्मान बिंदेश्वरी यादव हरे राम पासवान विद्यानंद यादव राम रतन पासवान राजेश्वर केवट आदि ने भाग लिया तथा सुदूर देहात ग्रामीण में अशिक्षित लोगों के बीच शिक्षा का दीप जलाने का संकल्प दोहराया।