₹50,000 ठगने वाला माड़र का जालसाज गिरफ्तार, न्यायिक हिरासत में भेजा गया
खगड़िया, बिहार: खगड़िया जिले में साइबर थाना पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जिसने अपने ही ममेरे भाई के बैंक खाते से ₹50,000 की ऑनलाइन ठगी की थी। आरोपी ने ई-गोल्ड खरीदकर इस वारदात को अंजाम दिया। ठग को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पूरा मामला
यह घटना 19 जून की रात लगभग 11:30 बजे की है, जब अलौली थाना क्षेत्र के मोहम्मद नफीस के बैंक खाते से ₹50,000 का अनाधिकृत लेन-देन हुआ। मोहम्मद नफीस ने 20 जून को साइबर थाना में इसकी शिकायत दर्ज कराई। आवेदन के आधार पर साइबर थाना में कांड संख्या 19/25 दर्ज किया गया।
जांच और गिरफ्तारी
साइबर थाना थानाध्यक्ष सह पुलिस उपाधीक्षक निशांत गौरव कुमार ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में बताया कि जांच के दौरान पता चला कि नफीस के खाते से ₹50,000 की ई-गोल्ड की खरीदारी की गई थी। इसके बाद साइबर पुलिस की टीम ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से ई-गोल्ड खरीदने वाले व्यक्ति की डिजिटल और फिजिकल जानकारी प्राप्त की।
तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर मोरकाही थाना क्षेत्र के माड़र दक्षिणी पंचायत निवासी मोहम्मद साहिल मकसूद के पुत्र सलीम कमरोस से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान सलीम पर संदेह हुआ। जब उसके मोबाइल की जांच की गई, तो ₹50,000 की ठगी का खुलासा हो गया।
भरोसे का फायदा उठाया
पुलिस के अनुसार, मोहम्मद नफीस और सलीम कमरोस ममेरे भाई हैं। नफीस को सलीम पर बहुत भरोसा था। चूंकि सलीम पढ़ा-लिखा था, इसलिए नफीस ने अपने घर के सभी वित्तीय कार्यों, जैसे मोबाइल से पैसे का लेन-देन और खरीदारी का काम, उसे ही सौंप रखा था। सलीम ने इसी भरोसे और पहुंच का फायदा उठाकर चुपके से ऑनलाइन ई-गोल्ड खरीद लिया। बताया जा रहा है कि सलीम को शेयर बाजार में पैसा लगाने की लत थी और वह अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में था।
गिरफ्तारी के बाद सलीम ने नफीस के खाते में ₹50,000 वापस भेज दिए हैं। पुलिस ने आरोपी सलीम को गिरफ्तार कर लिया है और उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है। इस छापेमारी में साइबर पुलिस निरीक्षक श्वेता भारती, एसआई रंजीत कुमार, सिपाही गुलशन कुमार और कमला कुमारी सहित अन्य पुलिस बल मौजूद थे।
यह घटना एक बार फिर इस बात पर जोर देती है कि वित्तीय लेन-देन के मामलों में अपनों पर भी पूरी तरह से आंख मूंदकर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है।