30 नवम्बर 023 से स्कूली रसोइया का अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान।
_________________________________________
आगामी 30 नवम्बर 023 से संयुक्त रसोइया संघ बिहार के आह्वान पर स्कूली रसोइया के अनिश्चितकालीन हड़ताल के एलान के मद्देनजर आज बिहार राज्य मिड डे मील वर्कर्स(रसोइया)यूनियन खगड़िया जिला की आम बैठक आज प्राथमिक विद्यालय प्रतापनगर खगड़िया में राज्य महासचिव नीतू देवी की अध्यक्षता एवं जिलाध्यक्ष संजय कुमार के संचालन में सम्पन्न हुई।बैठक को संबोधित करते हुए दोनों नेताओं ने कहा कि स्कूली रसोइया की हालत काफी दैनीय है।इसका खास कारण है,स्कूलों में पांच घंटे हाड़तोड़ मेहनत के बदले 1650/_ रुपए प्रति माह मानदेय वो भी साल में सिर्फ दस माह।उन्होंने कहा कि रसोइया को 1650 रुपए मानदेय से इस बढ़ती हुई महंगाई में उसके व उसके बच्चे का पेट कैसे भड़ेगा।केन्द्र की मोदी सरकार और भर की नीतीश सरकार इस दिन हीन रसोइया को जैसे लगता है कि उसके प्रति उसकी कोई जिम्मेदारी है ही नहीं।उन्होंने कहा कि पिछले अप्रैल महीने में भी रसोइया ने दो दिन का महापड़ाव मुख्यमंत्री के समक्ष डाला मगर सरकार ने अनदेखी की पुन: 31 अक्टूबर 023 को मुख्यमंत्री के समक्ष पूरे बिहार की रसोइया ने विशाल प्रदर्शन किया।प्रदश्न के बाद नीतीश सरकार से वार्ता भी हुई जिसमें मुख्य बिंदु पर सहमति बनी।*झारखंड सरकार के तर्ज पर तत्काल 3000/_ रुपए प्रति माह मानदेय करना साल के बारहो महीना साथ ही हर साल मानदेय में 1000/_ प्रति माह के दर से इजाफा करना*रसोइया को साल एक जोड़ी सूती कपड़े के लिए 1500/_ रुपए नगद देना*स्कूलों के अंदर काम पर रसोइया के दुर्घटनाग्रस्त होने पर उसके इलाज के लिए उसका नाम का कैंप लगाकर आयुष्मान कार्ड बनवाना*रसोइया की मौत के बाद आश्रितों को एक माह के भीतर पारिवारिक आर्थिक लाभ मिले,मानदेय में लेट लतीफी पर रोक लगे,रसोइया को बिना कारण हटाने पर रोक,रसोइया को सौचालय साफ कराने या किचेन के आलवे दूसरे कामों के लिए दवाव पर रोक के सवाल पर एक स्थाई निराकरण कमिटी जिला स्तर पर बनाने की सहमती हुई जिसमें यूनियन के प्रतिनिधी को रखने की बात तय हुआ। वार्ता के दौरान मध्यान भोजन से तुरंत एनजीओ को हटाने के सवाल पर तय हुआ कि तत्काल बिहार के कुछ प्रखंडों में रसोइया को ही बच्चों के हिसाब से सारी सामग्री मुहैया कराकर उन्हें अपनी जिम्मेदारी पर खाना बना कर खिलाने की जिम्मेदारी दी जाएगी,अगर यह प्रयोग सफल रहा तो पूरे बिहार में इसी प्रयोग को लागू किया जाएगा।रसोइया को विसेशावकश और आकस्मिक अवकाश पर सरकार ने कहा कि कुछ ना कुछ करेंगे।नेताओं ने कहा कि वार्ता के 15 दिन से ज्यादा हो जाने के बावजूद भी सरकार ने वार्ता के अनुरूप कोई घोषणा नहीं की मजबूरन बिहार राज्य मिड डे मील वर्कर्स(रसोइया)यूनियन सहीत संयुक्त रसोइया संघ ने आगामी 30 नवम्बर 023 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया।बैठक में मौजूद सैकड़ों की संख्या में रसोइया ने संघ के हड़ताल के निर्णय का जोड़दार स्वागत किया और ध्वनिमत से इसे सफल करने का भी ऐलान किया।बैठक को लालबहादुर सिंह,मीरा देवी,योगेश, कुन्ती साहू,रिंकू देवी, मानको देवी,राजेश कुमार, अरविन्द यादव,राणा देवी,रीता देवी,सीता देवी,पिंकी देवी,नसीमा खातून,हसीना खातून,ललिता देवी,सुनीता देवी,वीना देवी,बिमल देवी,रानी देवी,मिंटो देवी,बबलू यादव,संजू देवी,किरण देवी, रेणु देवी,अनिता देवी,सोनी देवी,जफीरा खातून,आरती खातून,मणिकांत पासवान सहीत दर्जनों रसोइया ने बैठक को संबोधित करते हुए जिले के सभी रसोइया से हड़ताल में शामिल होकर सत प्रतिशत सफल बनाने का अपील किया।मौके पर सभी नेताओं ने विद्यालय प्रधान से भी अपील किया कि हड़ताल के दौरान रसोइया पर नाहक दबाव,डराने या धमकाने जैसी कोई काम ना कर सहानुभूति दें।