Progressive Women’s Spiritual Association का खगड़िया में आम जनो से अपील।
सरस्वती पूजा के लिए कोई एक नई पुस्तक अवश्य खरीदें
आपको बता दें खगड़िया जिले के बेला सिमरी में जिले के विद्वान जनों द्वारा एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें वर्तमान समय में हमारी परम्परा हमारी भारतीय सनातन संस्कृति, आस्था एवं ज्ञानार्जन की बात से लोग दूर होते जा रहे हैं और अपना समय इंटरनेट पर दे रहे हैं
आज इंटरनेट के युग मे पुस्तकें अपना महत्व खो रहीं हैं। जबकि जो भी व्यक्ति पुस्तकों से ज्ञान अर्जन किए है उन्हें राह ज्ञात हो जाएगा कि इंटरनेट पर दिया गया ज्ञान (जानकारी) अधूरा अथवा परिभाषा मात्र है। अर्थात इंटरनेट किसी भी सूरत मे पुस्तकों का विकल्प नही हो सकता है। अतः सभी विद्धज्जनो से आग्रह है कि सरस्वती पूजा के अवसर पर अपनी रुचि के अनुसार किताब जरूर खरीदें।
जैसा कि हम देखते है कि लक्ष्मी पूजा (दीपावली) के पूर्व से ही लोग धन की सांकेतिक वस्तुएं, जैसे सोना, चाँदी महंगे उपकरण, सिक्के, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आदि खरीदते हैं वैसी कोई किताब, लेखन सामग्री अथवा वाद्ययंत्र खरीदने की परंपरा सरस्वती पूजा के अवसर पर विलकुल नहीं है। जबकिं हमारे देश को जगदगुरु होने का गौरव प्राप्पा है जहां पुरातन समय के शिक्षा के केन्द्रों (नालंदा, विक्रमशिला आदि) में विश्वभर के ज्ञानपिपासु ज्ञानार्जन करते आते थे। चिन्तनीय है कि उसी देश में पुस्तक प्रेम, ज्ञानार्जन की परंपरा आज हाशिए पर चले गए हैं।
अतः सरस्वती पूजा जो कि 14 फरवरी को है सभी लोग ज्ञान की सांकेतिक वस्तुएं यथा-पुस्तक, लेखनसामग्री अथवा वाद्य यंत्र जरूर अपने घर लाएँ।